झारखंड सरकार के निर्गत जन्म पत्र को हुसैनाबाद नवोदय ने नकारा छात्र परेशान palamu husainabad news
झारखंड सरकार के निर्गत जन्म पत्र को हुसैनाबाद नवोदय ने नकारा छात्र परेशान
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हुसैनाबाद का नवोदय विद्यालय नया भवन |
Hussainabad Navodaya students upset by rejecting birth certificate issued by Jharkhand government
पलामू के हुसैनाबाद नवोदय विद्यालय में नमांकन प्रक्रिया पर कई सवाल खड़ा हो रहा , प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को फिजिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के बावजूद उन्हें बार बार स्कूल के द्वारा मेडिकल कराने के लिए भेजा जा रहा जिससे अभिभावक परेशान है विद्यालय फर्जी कमिटी गठन कर खुद को मेडिकल एक्सपर्ट का सुप्रीमो साबित करने में लगा हुआ है । सूत्रों की माने तो प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण बच्चों को हटाकर उनकी जगह आयोग्य बच्चों योग्य बताकर पिछले दरवाजे से प्रवेश कराने का सिलसिला वर्षों से चला रहा है।
इसी कड़ी में मामले का खुलासा एक छात्रा के साथ हुए तीन तीन बार मेडिकल कराए जाने पर सामने आया है अभिभावकों का कहना है की 78 बच्चों में सिर्फ 10 बच्चों का मेडिकल कराया गया अन्य 68 बच्चे नवोदय विद्यालय के टीचरों वा नर्स की अंदाजे की नजर से फिट हैं ।
रिफत परवीन की पहली मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट 10/4/2024 को मेदनीराय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल से कराई गई जो फिट रही विद्यालय ने उसे स्वीकृत की , वहीं दस दिनों बाद फिर उसे उम्र वेरिफिकेशन कराने के लिए मेदनीराय चिकित्सा महाविद्यालय भेजा गया जिसमे 26/4/2024 की उम्र वेरिफिकेशन रिपोर्ट में बच्ची की उम्र 10 वर्ष बताई गई। जो विद्यालय ने स्वीकृत की लेकिन उसके बाद फिर प्राचार्य द्वारा पत्र लिखकर जांच करायी गयी.जांच मेडिकल कॉलेिज की चार सदस्यीय डॉक्टरों की टीम द्वारा रिपोर्ट की गयी. 9/5/2024 की रिपोर्ट में उसकी उम्र 14 -15 बताई गई जिसमे बच्ची का वजन 35 किलो लिखा दर्ज है जबकि 10/4/2024 की रिपोर्ट में बच्ची का वजन 32 किलो दर्शाया गया है । महज 26 दिनों में 3 किलो वजन वृद्धि के साथ बच्ची के उम्र 4 से 5 साल बढ़ गई ।
फिर क्या नवोदय विद्यालय की फर्जी समिति अपना मकसद साधने में लगी हुई है।
रिफत परवीन के जन्म प्रमाण पत्र,सरकारी स्कूल की वर्ग 1 के नामांकन के समय से ,प्रत्याग प्रमाण पत्र ,आधार कार्ड में भी अंकित 18/3/2014 है। मोटे तौर पर कहें तो उसकी उम्र 10 वर्ष ही हो रही।
छात्र जब एडमिशन लेने जाते हैं, तो वहां के शिक्षक व नर्स अंदाज से बताते हैं ।कि उसकी उम्र ज्यादा है.
क्या कहना है नोवोदय विद्यालय की मांगढ़त जांच समिति सदस्य का?:
नवोदय विद्यालय के मांगढ़त - समिति सदस्य आर के मेनन का है कहना है की हमलोग को अंदाज से लगता है की उम्र ज्यादा है तो उम्र वेरिफिकेशन के लिए भेजते है। छात्रों के जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल का प्रत्याग प्रमाण पत्र ,कुछ नहीं है स्पोर्टिव डाकुमेंट्स है, हम वर्षों से ऐसा कर रहे हैं ।
क्या है नवोदय स्कूल के प्रिंसपल असहर रूमी का कहना:
जांच करने का कोई सरकारी आदेश नहीं है.लेकिन छात्रों की उम्र 10 वर्ष से 12 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने क्या कहा:*
इस संबंध में पलाम के जिला शिक्षा पदाधिकारी दुर्गा नन्द झा ने कहा कि सरकारी कूल से जो टी सी दी जाती है, उसकी मान्यता है. हमें जो जानकारी है उसके अनुसार अभी तक ऐसा किसी भी प्रवेश परीक्ष में उत्तीर्ण छात्रों के साथ नहीं किया गया है.
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