स्वर्गीय डॉक्टर नादिर रिज़वी को भावभीनी श्रद्धांजलि, तहफूज ए वक्फ कमेटी की बैठक में नए सदर का चयन — वक्फ कानून पर राउंड टेबल मीटिंग का फैसला hussainabad palamu news today rbc
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हुसैनाबाद न्यूज़ |
रिपोर्ट: RBC चैनल | स्थान: हुसैनाबाद, पलामू
हुसैनाबाद स्थित गयासुद्दीन सिद्दीकी के आवासीय परिसर में रविवार को तहफूज ए वक्फ कमेटी हुसैनाबाद की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक स्वर्गीय डॉक्टर नादिर रिज़वी को श्रद्धांजलि देने और कमेटी के भविष्य की दिशा तय करने के उद्देश्य से बुलाई गई थी।
बैठक की अध्यक्षता अब्दुल मन्नान खान ने की और संचालन कमेटी के सेक्रेट्री मसरूर अहमद द्वारा किया गया। बैठक की शुरुआत में सभी सदस्यों ने दिवंगत सदर डॉक्टर नादिर रिज़वी के लिए दुआ ए मग़फिरत किया और उनके समाजहित में किए गए कार्यों को याद किया।
अबू नसर सिद्दीकी को नया सदर चुना गया
डॉ. रिज़वी के निधन से उत्पन्न शून्यता को भरते हुए कमेटी ने सर्वसम्मति से अबू नसर सिद्दीकी को नया सदर चुना। सदस्यों ने उनके नेतृत्व में संगठन को मजबूत बनाने की उम्मीद जताई। अबू नसर सिद्दीकी ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि वह दिवंगत डॉ. रिज़वी के आदर्शों पर चलकर समाज और वक्फ से जुड़ी ज़रूरतों की पूर्ति के लिए कार्य करेंगे।
वक्फ कानून पर राउंड टेबल मीटिंग का निर्णय
बैठक में वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, प्रबंधन और हाल ही में आए नए वक्फ कानून की समीक्षा पर भी गंभीर चर्चा हुई। सेक्रेट्री मसरूर अहमद ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार यह जरूरी है कि वक्फ की मूल अवधारणा और वर्तमान कानून की कमियों को जनमानस तक पहुंचाया जाए। इसके लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों की भागीदारी से राउंड टेबल मीटिंग आयोजित की जाएगी।
राउंड टेबल मीटिंग की तिथियां निर्धारित
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि दो चरणों में राउंड टेबल मीटिंग आयोजित की जाएगी:
15 जून को हुसैनाबाद में
22 जून को हैदरनगर में
इन बैठकों के आयोजन हेतु प्रत्येक प्रखंड से पाँच-पाँच प्रतिनिधियों को नामित किया गया है, जिन्हें न केवल आयोजन स्थल की व्यवस्था बल्कि जनसंपर्क और आमंत्रण की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
उपस्थित गणमान्य लोग
बैठक में हुसैनाबाद और आस-पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं वक्फ कमेटी से जुड़े लोग शामिल हुए। प्रमुख रूप से अली अहमद खान, जाफर खान, शकील अहमद, पंचम खान, आलम, चंगेज अहमद, महताब खान, अफरोज अहमद सिद्दीकी, प्रोफेसर नसीम खान, रसीद कुरैशी और अन्य सदस्य बैठक में उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
स्वर्गीय डॉक्टर नादिर रिज़वी की स्मृति में आयोजित यह बैठक न केवल श्रद्धांजलि देने का माध्यम बनी, बल्कि वक्फ व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक संगठित पहल का आरंभ भी। आने वाली राउंड टेबल मीटिंग्स से उम्मीद की जा रही है कि यह वक्फ संपत्तियों की रक्षा और समाज में जागरूकता फैलाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।।
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