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वोट बैंक नहीं ताकत बनिए डॉ. इरफान अंसारी की समाज के नाम जोरदार अपील, रांची में रैली का ऐलानDr. Irfan Ansari appeals to the society to become a strength, not a vote bank, announcement of a rally in Ranchi

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मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी 


झारखंड के वरिष्ठ नेता व विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक भावुक लेकिन चेतावनीभरी अपील साझा की है, जो अब सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन चुका है। इस पोस्ट में उन्होंने समाज को वोट बैंक नहीं, बल्कि राजनीतिक ताकत के रूप में खड़े होने का आह्वान किया है।

नेता प्रधानमंत्री नहीं, समाज के सेवक बनें – इरफान अंसारी

डॉ. अंसारी ने कहा:

अगर हमें अपने समाज को सम्मान दिलाना है, तो हमें एकजुट होना ही होगा। हमारे वोटों से विधायक और सांसद बनते हैं, लेकिन सत्ता में आते ही वे खुद को प्रधानमंत्री समझने लगते हैं।

https://x.com/IrfanAnsariMLA/status/1938086715459289380?t=skXyMI--YwuuGjJlDLdDuA&s=08

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो नेता अपने समाज का ही सम्मान नहीं करते, वे कभी भी समुदाय के कार्यकर्ताओं या आम नागरिकों के अधिकारों की रक्षा नहीं कर सकते।

चमचागिरी से समाज टूटता है – सामाजिक रोग पर सीधा प्रहार

अपनी अपील में उन्होंने चमचागिरी, पिछलग्गूपन और व्यक्तिगत स्वार्थ को समाज के लिए घातक बताया।

यह आदत हमें कमजोर करती है, बिखेरती है और बाहरी ताकतों के लिए आसान शिकार बना देती है।


उन्होंने समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे अब इस मानसिकता से बाहर निकलें और बिना झुके, एकजुट होकर खड़े हों।

अब संगठनों की नहीं, संगठन की ज़रूरत है"

आज समय है कि हम नए संगठन बनाने के बजाय, एक मंच, एक स्वर और एक ताकत के रूप में खड़े हों।

यह बयान बताता है कि वे सिर्फ राजनीतिक बात नहीं कर रहे, बल्कि सामूहिक चेतना और सामाजिक निर्माण की बात कर रहे हैं।

रांची में होने वाली विशाल रैली’ की घोषणा

डॉ. इरफान अंसारी ने यह भी ऐलान किया कि बहुत जल्द रांची में समाज की एक ऐतिहासिक और विशाल रैली आयोजित की जाएगी।

उस दिन अपने सभी कार्य छोड़ दें और इस रैली में जरूर भाग लें। यह दिखाना होगा कि हमारा समाज अब जाग चुका है।

यह रैली सिर्फ उपस्थिति का मामला नहीं, बल्कि एक मजबूत सामाजिक संदेश देने का अवसर है।

सोशल मीडिया पर मिल रहा ज़बरदस्त समर्थन

ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप पर यह संदेश तेजी से फैल रहा है। #समाज_की_आवाज़, #डॉइरफानकीअपील जैसे हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे हैं। लोगों ने इसे आवाज उठाने का सही वक्त बताया है।

 निष्कर्ष:

डॉ. इरफान अंसारी की यह अपील केवल एक ट्वीट नहीं, बल्कि एक सामाजिक जागरण की चिंगारी है।

यह एक संकेत है कि अगर समाज अब भी चुप रहा, तो आने वाली पीढ़ियां सवाल करेंगी।

अब समय है – जागने का, जुड़ने का, और जवाब देने का

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