लगातार बारिश से निपटने को पलामू प्रशासन अलर्ट मोड में, 17 जुलाई को सभी स्कूल बंद, आपदा प्रबंधन को सख्त निर्देशPalamu administration in alert mode to deal with continuous rain, all schools closed on 17th July, strict instructions to disaster management
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पलामू उपायुक्त एस समीरा |
मेदिनीनगर (पलामू), 16 जुलाई 2025
जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण उत्पन्न संभावित आपात स्थितियों को देखते हुए पलामू जिला प्रशासन ने अलर्ट मोड में कार्य करना शुरू कर दिया है। उपायुक्त सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष समीरा एस की अध्यक्षता में बुधवार को एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले के सभी वरीय अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक के उपरांत प्रशासन ने यह अहम निर्णय लिया कि 17 जुलाई को जिले के सभी विद्यालयों को एहतियातन बंद रखा जाएगा। साथ ही, सभी बीडीओ और सीओ को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्रों में निरंतर निगरानी रखें, विशेष रूप से उन गांवों में जो नदियों के किनारे बसे हैं। ऐसे क्षेत्रों में चिन्हित सुरक्षित स्थानों को सक्रिय करते हुए जरूरत पड़ने पर प्रभावित परिवारों को वहां शिफ्ट किया जाए, और सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ रखा जाए।
शहरी इलाकों में जलजमाव हटाने को विशेष टीम गठित, मोटर पंप से निकासी के निर्देश
मेदिनीनगर शहर में जगह-जगह जलजमाव की स्थिति को देखते हुए उपायुक्त ने सहायक नगर आयुक्त को मोटर पंप से जलनिकासी की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से करने का निर्देश दिया है। इसके लिए एक डेडीकेटेड टीम का गठन करने की बात भी कही गई, जो समय पर जल निकासी सुनिश्चित करेगी।
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि पेड़ गिरने जैसी घटनाओं से निपटने के लिए विशेष तैयारी रखी जाए, जिससे आवागमन में किसी प्रकार की बाधा न आए।
डेंगू और चिकनगुनिया को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने के निर्देश
बरसात के कारण मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम हेतु सभी आवश्यक तैयारियां पूरी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिविर, दवाइयों की उपलब्धता और जनजागरूकता पर विशेष बल दिया जाए।
नदी किनारे सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात, अनाउंसमेंट के माध्यम से चेतावनी
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बैठक संपन्न |
बैठक में एसपी रीष्मा रमेशन ने जानकारी दी कि नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए लगातार अनाउंसमेंट किया जा रहा है। इसके अलावा, पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
जलजनित बीमारियों और सर्पदंश से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
ग्रामीण इलाकों में सांप काटने के बाद झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वास के चलते लोगों की मौत हो रही है। इस पर चिंता जताते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को संयुक्त रूप से जन-जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि लोग समय रहते सही चिकित्सा ले सकें और अपनी जान बचा सकें।
आपदा प्रभावितों को राहत: वज्रपात, डूबने, सर्पदंश व सड़क दुर्घटना पीड़ितों को सहायता राशि स्वीकृत
वित्तीय वर्ष 2025-26 में विभिन्न आपदाओं से प्रभावित लोगों के लिए राहत राशि की घटनोत्तर स्वीकृति दी गई। इसमें:
वज्रपात से मृत 9 व्यक्तियों के आश्रितों को ₹36 लाख
वज्रपात से मृत 2 पशुओं के मालिकों को ₹69,500
नदी में डूबने से मृत 6 व्यक्तियों के परिवारों को ₹24 लाख
सर्पदंश से मृत 6 व्यक्तियों के परिजनों को ₹24 लाख
सड़क दुर्घटना में मृत 41 व्यक्तियों के आश्रितों को ₹41 लाख की सहायता राशि स्वीकृत की गई।
इस पूरी प्रक्रिया में सभी अंचल अधिकारियों को राहत वितरण हेतु राशि उपवंटित कर दी गई है।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता कुंदन कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी जयराम सिंह यादव, सिविल सर्जन, सहायक नगर आयुक्त सहित कई अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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