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100 वर्ष की उम्र में दुनिया से रुख़सत हुए महुगांवॉं के बुज़ुर्ग सुबेदार अंसारी — गांव और समाज ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई palamu news today rbc

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पलामू के पांडू प्रखंड अंतर्गत महुगांवॉं गांव में शुक्रवार शाम को उस वक्त शोक की लहर दौड़ गई, जब गांव के सबसे बुज़ुर्ग और सम्मानित नागरिक सुबेदार अंसारी का लगभग 100 वर्ष की उम्र में इंतेकाल हो गया।


सादगी, परहेज़गारी और समाजसेवा की मिसाल रहे सुबेदार अंसारी न सिर्फ गांव के लोगों के लिए प्रेरणा थे, बल्कि उन्होंने ज़िंदगी भर इंसानियत और भाईचारे को अपनी सोच में सबसे ऊपर रखा


शनिवार 3 मई को दोपहर 2 बजे, उनके जनाजे की नमाज़ के बाद उन्हें गढ़वा ज़िले के पचफेड़ी गांव के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया।


जनाजे में उमड़ा जनसैलाब — सिर्फ गांव ही नहीं, आस-पास के इलाकों और रिश्तेदारों की भी बड़ी तादाद में मौजूदगी रही। हर आंख नम थी और हर दिल उनके जाने से उदास।


मरहूम सुबेदार अंसारी, सेवानिवृत्त शिक्षक शहाबुद्दीन अंसारी और अहमद अंसारी के पिता थे। उनके बेटे समाज और शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय हैं।


परिजनों के अनुसार, क़ुल व कुरआनख़्वानी का आयोजन सोमवार को नमाज़-ए-फज्र के बाद उनके पैतृक आवास पर किया जाएगा।


जनाजे में जेएमएम नेता डॉ. तौकीर अंसारी, प्रो. सरफुद्दीन अंसारी, पत्रकार मसउद आलम समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय नेता शामिल हुए और शोक-संवेदना प्रकट की।


सुबेदार अंसारी की मौत ने एक युग का अंत कर दिया — लेकिन उनकी अच्छाइयों की मिसालें गांववालों की यादों में हमेशा जिंदा रहेंगी।


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