पलामू: टेंपो हादसे में घायल युवक की अस्पताल में मौत, स्वास्थ्यकर्मी पर इलाज के लिए रिश्वत मांगने का आरोप hussainabad news rbc
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हुसैनाबाद निवासी राहुल कुमार |
पूर्व में भी सामने आ चुका है लापरवाही और भ्रष्टाचार का मामला
हुसैनाबाद (पलामू): हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के जपला-छतरपुर मुख्य सड़क पर कचरा गांव के समीप मंगलवार को एक टेंपो हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब तेज रफ्तार बाइक को बचाने की कोशिश में एक टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गया। टेंपो में सवार तीन लोग घायल हुए, जिनमें बिसवासीय गांव निवासी शिवपूजन यादव की इलाज के क्रम में मौत हो गई।
रिश्वत के आरोप और इलाज में देरी
इस हादसे के बाद घायल को अस्पताल लाने वाले राहुल कुमार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल की महिला स्वास्थ्यकर्मी आरती कुमारी ने इलाज शुरू करने से पहले एक हजार रुपए की मांग की। आरती कुमारी ने कथित रूप से कहा कि "पैसा दो तभी बेहतर इलाज मिलेगा।" विवश होकर राहुल ने रुपये दिए, जिसके बाद इलाज शुरू हुआ, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और शिवपूजन की मौत हो गई।
राहुल ने मामले को लेकर हुसैनाबाद अनुमंडल पदाधिकारी गौरांग महतो, पलामू सिविल सर्जन और अनुमंडलीय अस्पताल प्रभारी को लिखित आवेदन देकर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों का हंगामा और पुलिस हस्तक्षेप
शिवपूजन यादव की मौत के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। अस्पताल परिसर में लोगों ने जमकर विरोध और हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा।
पूर्व में भी सामने आ चुका है अस्पताल की लापरवाही का मामला
यह पहली बार नहीं है जब हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल की कार्यशैली पर सवाल उठे हों। इससे पूर्व बुद्धू आ निवासी शगुफ्ता प्रवीण की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। उस समय भी अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे थे। जांच में सामने आया था कि ममता मिश्रा के एक प्राइवेट क्लीनिक में इलाज के दौरान गर्भपात के क्रम में शगुफ्ता की तबीयत बिगड़ी, और बाद में हुसैनाबाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
इस गंभीर मामले को लेकर पलामू सिविल सर्जन डॉ. अनील सिंह ने त्वरित संज्ञान लेते हुए तीन अवैध निजी क्लीनिकों को सील किया था।
जांच और कार्रवाई की मांग
लगातार सामने आ रहे इन मामलों से स्पष्ट है कि हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा से अधिक अव्यवस्था और लापरवाही हावी है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस बार क्या ठोस कदम उठाता है और दोषियों को कब तक सजा दिलाई जाती है।
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