हुसैनाबाद के युवक की दर्दनाक मौत: देवरी सोन नदी में डूबा साकिब, तीन दोस्त बचे, परिवार पर टूटा दुख का पहाड़ husainabad news today rbc channel
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साकिब अंसारी की प्रोफाइल फोटो |
हुसैनाबाद, पलामू —
आज की सुबह हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के नगर पंचायत वासियों के लिए एक गमगीन खबर लेकर आई। शहर की लंबी गली निवासी और कपड़ा व्यवसायी आबिद अंसारी के 18 वर्षीय पुत्र साकिब अंसारी की मौत देवरी सोन नदी में डूबने से हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब वह अपने तीन दोस्तों के साथ नदी में नहाने गया था।
हर रोज़ की तरह निकले थे, पर लौटना नसीब न हुआ
आज सुबह लगभग 8 बजे, साकिब अपने दोस्तों —
मोनू हुसैन (पिता मुन्ना हुसैन)
अरबाज खान (पिता पुन्नू खान)
दिलशाद (नाती नसरुद्दीन मिस्त्री)
के साथ बाइक पर सवार होकर देवरी सोन नदी की ओर रवाना हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चारों ने स्थानीय पेट्रोल पंप से ₹70 का पेट्रोल भरवाया और फिर घाट की ओर चले गए। यह उनकी रोज़मर्रा की दिनचर्या का हिस्सा था, लेकिन इस बार कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।
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उपस्थित नेता वा अधिकारी |
प्रत्यक्षदर्शियों की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया
घाट पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने चारों युवकों को नदी में उतरने से मना किया था क्योंकि सोन नदी का बहाव इन दिनों तेज है और घाट की गहराई भी लगातार बदलती रहती है। लेकिन शायद युवाओं ने इसे हल्के में लिया और नहाने के लिए उतर गए।
कुछ ही समय बाद, दो लड़के गहरे पानी में बहने लगे। और दो दोस्त किनारे पर बैठे थे तभी उनमें से एक ने जोर से चिल्ला कर मदद की गुहार लगाई। स्थानीय नाविक और गोताखोरों ने तत्परता दिखाते हुए एक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन साकिब गहरे पानी में डूब गया और लापता हो गया।
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया और राहत बचाव अभियान
घटना की सूचना मिलते हुसैनाबाद पुलिस पदाधिकारी SM मोहम्मद याकूब को मिली, अनुमंडल पदाधिकारी गौरांग महतो, देवरी ओपी प्रभारी बबलू कुमार, और सीओ पंकज कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीएम गौरांग महतो ने तत्काल एक 10 सदस्यीय खोजी टीम गठित की, जिसमें स्थानीय अनुभवी नाविकों और गोताखोरों को शामिल किया गया।
टीम में शामिल थे:
मोहन चौधरी
सुरेंद्र चौधरी
धनंजय चौधरी
सत्येंद्र चौधरी
दो ननकू चौधरी
राजन चौधरी
छोटू चौधरी
विनय चौधरी
बिलोदा के नाविक
खोज अभियान में साकिब के पिता आबिद अंसारी के भी कई साथी नाव पर मौजूद रहे।
नेता और समाज के लोग भी रहे मौजूद
इस घटनाक्रम के दौरान पूर्व विधानसभा प्रत्याशी एवं युवा नेता शेर अली भी देवरी घाट पर अंत तक मौजूद रहे और प्रशासनिक टीम के साथ समन्वय करते रहे। वे तब तक घटनास्थल पर डटे रहे जब तक साकिब का शव नदी से बरामद नहीं हो गया।
दुख की लहर और भविष्य की चेतावनी
घटना के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक का परिवार पूरी तरह सदमे में है। साकिब एक होनहार और मिलनसार युवक के रूप में जाना जाता था।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि देवरी सहित सभी प्रमुख घाटों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, ताकि युवाओं को यह स्पष्ट संदेश मिले कि नदी में स्नान या तैराकी करते समय सतर्क रहना अनिवार्य है।
निष्कर्ष:
साकिब की असमय मृत्यु केवल एक परिवार का ही नहीं, पूरे समाज का नुकसान है। यह हादसा हमें यह सिखाता है कि प्राकृतिक जलस्रोतों के प्रति लापरवाही जीवन पर भारी पड़ सकती है। आवश्यकता है कि हम सतर्कता बरतें, नियमों का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें।
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