नशे का इंजेक्शन, गला दबाकर हत्या और शव नहर में – पलामू पुलिस ने 72 घंटे में सुलझाया सनसनीखेज हत्याकांडDrug injection, strangulation and body thrown into canal – Palamu police solved sensational murder case in 72 hours
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पलामू पुलिस कप्तान व हुसैनाबाद सीडीपीओ |
पलामू, 11 जुलाई 2025 – हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के जपला धरहारा में 8 जुलाई को नहर से बरामद युवक के शव ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। लेकिन पलामू पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए महज़ 72 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझा ली। मामले में पुलिस ने एक पूर्व सहकर्मी तबरेज आलम को गिरफ्तार किया है, जिसने पहले युवक को Ketamine का नशा देकर बेसुध किया, फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के इरादे से नहर में फेंक दिया।
हत्या की पृष्ठभूमि – दोस्ती में छुपा था दुश्मनी का ज़हर
मृतक ताबिश अंसारी, निवासी जपला धरहारा, 6 जुलाई को अपने परिचित तबरेज आलम के साथ घर से निकला था। उसने परिवार को बताया था कि वह मुहर्रम के अवसर पर बाजार जा रहा है। लेकिन वह लौटकर नहीं आया। अगले दिन तबरेज ही ताबिश का मोबाइल उसके घर पहुंचा गया, जिससे परिवार का शक और गहरा गया।
आपसी रंजिश में बना शातिर प्लान
जांच में सामने आया कि तबरेज और ताबिश पहले एक साथ कार्यरत थे। ताबिश के कारण तबरेज की नौकरी चली गई थी और उसके पास तबरेज की कुछ पैसे भी बकाया थे। इसी रंजिश में तबरेज ने ताबिश की हत्या की साजिश रची। पुलिस को मिले तकनीकी सबूत, कॉल डिटेल और गुप्त सूचना ने इस दिशा में जांच को मजबूत किया।
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जप्त किए गए सामान |
वारदात ऐसे दी गई अंजाम
06 जुलाई की शाम तबरेज ने ताबिश को अपने झांसे में लेकर Ketamine का इंजेक्शन दिया जिससे वह बेसुध हो गया। इसके बाद गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। शव को नहर में फेंक दिया गया ताकि मामला आत्महत्या या दुर्घटना जैसा लगे। लेकिन पुलिस की बारीकी से की गई जांच और तेज़ कार्रवाई से साजिश का पर्दाफाश हो गया।
मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार, आपत्तिजनक सामग्री बरामद
गिरफ्तार अभियुक्त:
नाम: तबरेज आलम
उम्र: 27 वर्ष
पिता: अशफाक आलम
निवासी: गम्हरिया, थाना हुसैनाबाद, जिला पलामू
बरामदगी:
Ketamine का खाली वायल
2 पीस सुई कैप
सिरिंज का फटा हुआ रैपर
2 मोबाइल फ़ोन
पुलिस टीम का सराहनीय कार्य
पुलिस अधीक्षक पलामू के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एस. मो. याकुब के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम में थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी सहित पुलिस अवर निरीक्षक सौरभ चौबे, मुकेश सिंह, कमल किशोर पाण्डेय, रमन यादव और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
इनकी सूझबूझ और तकनीकी विशेषज्ञता के कारण यह जघन्य हत्याकांड रिकॉर्ड समय में सुलझ सका। आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत कर आगे की विधिक प्रक्रिया जारी है।
पलामू पुलिस एक बार फिर अपराधियों को स्पष्ट संदेश देने में सफल रही है – अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के लंबे हाथों से बच पाना नामुमकिन है।
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